Thursday, March 28, 2024
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नाबालिग लड़कियों को जंगल में ले जाकर जबरन देह व्यापार कराती थी महिला, ऐसे हुआ खुलासा

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दिल्ली पुलिस ने तीन ऐसी नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है, जिनसे जबरन देह व्यापार कराया जाता था. एक महिला इन बच्चियों को जंगल में लेकर जाती थी और वहां इन्हें अपने ग्राहकों से संबंध बनाने के लिए कहती थी. मना करने पर इन लड़कियों को जान से मारने की धमकी दी जाती थी. पुलिस  ने छापेमारी में तीनों लड़कियों को तो बरामद कर लिया लेकिन आरोपी महिला अभी तक फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

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दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई दिल्ली महिला आयोग की शिकायत पर अंजाम दी. दरअसल, बाहरी दिल्ली के नरेला इलाके में रहने वाली तीन नाबालिग बच्चियों को मानव तस्करी के जरिए देह व्यापार जैसे घिनौने काम में धकेला गया था. एक दिन पीड़ित बच्चियों में से एक लड़की ने 181 हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करके बताया कि हलीमा नाम की एक महिला गांजे का व्यापार करती है. उसने नाबालिग लड़कियों को काम दिलवाने के झांसा दिया था.

बच्चियां उसके बहकावे में आ गईं और उस महिला ने उन्हें काम दिलाने की बजाय जिस्मफरोशी के व्यापार में झोंक दिया. पीड़ित बच्ची ने बताया कि एक दिन हलीमा उसे घुमाने के बहाने एक जंगल में ले गई और वहां जबरन कुछ लड़कों के साथ उसे संबंध बनाने को कहा. मना करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई. पीड़िता ने बताया कि हलीमा इसी तरह गरीब बच्चियों को निशाना बनाती है और उनसे जबरन देह व्यापार करवाती है.

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पीड़िता को कई बार इसी तरह जंगल में ले जाकर ज़बरन जिस्मफरोशी के लिए मजबूर किया गया. हेल्प लाइन की कॉल के बाद महिला आयोग की टीम पीड़िता से मिलने के लिए पुलिस चौकी के पास पहुंची तो वहां कॉल करने वाली पीड़िता के साथ 2 नाबालिग लड़कियां और मौजूद थीं. बात करने पार पता लगा कि उन दोनों बच्चियों को भी हलीमा नामक आरोपी महिला द्वारा फंसाया गया था और वो किसी तरह वहां से बचकर भाग निकली थीं. इन तीनों लड़कियों का परिवार बेहद गरीब है.

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आयोग ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस की दी. फिर एसीपी और आयोग की टीम ने मिलकर बच्चियों की निशानदेही पर छापेमारी की. लेकिन तब तक आरोपी हलीमा वहां से फरार हो चुकी थी. इस संबंध में आयोग ने आईपीसी की धारा 506, 363, 366(ए), 368, 370(ए), 376डी, 34 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई है.

इसके बाद तीनों बच्चियों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया. जिसके बाद समिति ने उन तीनों लड़कियों को एक शेल्टर होम में भेज दिया. दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस को नोटिस जारी करके आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए कहा है.

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